खूबकला

खूबकला है खूबियों का भंडार

आयुर्वेद में खूबकला (Khoobkala) को एक आयुर्वेदिक औषधि के रूप में जाना जाता है। खूबकला एक औषधीय पौधा है, जो भारत और पाकिस्तान में पाया जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम Nigella sativa है।

  • यह शाकीय (herb) पौधा खूबकला कहलाता है। इसकी ऊंचाई लगभग 50-70 सेमी तक पहुँच जाती है। यह पौधा देशी पौधे सरसों के पौधे से मिलता-जुलता प्रतीत होता है। यह जंगली अवस्था में खरपतवार के रूप में उगता है।
  • पत्तियों रॉकेट आकार की, किनारे से कटी होती हैं। खूबकला का यह पौधा शीत ऋतु के अन्त में पुष्पित होता है।
  • इस पौधे के पुष्प छोटे, पीले रंग के और चतुर्दली होते हैं। पौधे में गंधक के यौगिकों की उपस्थिति के कारण तीक्ष्ण गंध होती है। इसकी पत्तियाँ पौष्टिक और खाने योग्य होती हैं।
  • इस के बीज छोटे, नारंगी-भूरे रंग के, सरसों जैसे होते हैं। बीज औषधीय महत्व के हैं। इनमें फ्लेनोनॉइड, लिनोलिक और ऑलिक अम्ल भी पाये जाते हैं। बीजों का उपयोग इनकी उष्ण प्रकृति के कारण कफ और अस्थमा में किया जाता है।
  • बुखार को कम करने और टाइफाइड ज्वर में भी इनका उपयोग किया जाता है। शरीर में लम्बे समय तक बने रहने वाले जीर्ण ज्वर में इसके बीजों को मुनक्का और पीपल के साथ पीसकर दिया जाता है।
  • इसके अलावा, इस के और भी कई नाम हैं जैसे कलौंजी (Kalounji), कलोंजी (Kalongi), कलवंजी (Kalvanji), मंगरैल (Mangrail), रंकोंजा (RanKunj), शुण्ठी (Shunthi), शहतुती (Shahatuti) आदि।

यह स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याओं के उपचार के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा, खूबकला को सौंदर्य सम्बन्धी समस्याओं के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है।

मुख्य उपयोग निम्नलिखित हैं:

  • खूबकला से सम्बंधित दर्द और सूजन को कम करने में मदद करता है।
  • खूबकला एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होता है जो आंतरिक और बाह्य सूजन से संबंधित समस्याओं को दूर करते हैं।
  • खूबकला को फंगल इन्फेक्शन, बैक्टीरियल इन्फेक्शन, वायरल इन्फेक्शन और अन्य संक्रमण से निजात पाने के लिए उपयोग किया जाता है।
  • खूबकला मधुमेह को नियंत्रित करने में मदद करता है।
  • खूबकला मसूड़ों के स्वस्थ रखने में मदद करता है।
  • खूबकला से बनी तेल को स्किन केयर उत्पादों में उपयोग किया जाता है।
  • खूबकला से निर्मित तेल को बालों की मानसिक और शारीरिक समस्याओं से निजात पाने के लिए भी उपयोग किया जाता है।

खूबकला  के विभिन्न भागों का उपयोग भिन्न-भिन्न रोगों और समस्याओं के इलाज के लिए किया जाता[TP1]  है। यहां खूबकला  के विभिन्न भागों के उपयोग कुछ विस्तृत रूप से बताए गए हैं:

खूबकला  के बीज –

खूबकला  के बीजों का उपयोग श्वसन तंत्र संबंधी समस्याओं जैसे दमा, अस्थमा और ब्रोंकाइटिस के लिए किया जाता है। बीजों को चबाकर, दूध के साथ लेने से लाभ होता है।

जड़ के उपयोग –

खूबकला  की जड़ का उपयोग पाचन तंत्र संबंधी समस्याओं जैसे कब्ज और अम्लता में किया जाता है। जड़ को पीसकर रस निकाला जा सकता है और इसे दूध के साथ लेने से लाभ होता है।

पत्तों का उपयोग –

खूबकला  के पत्तों का उपयोग मुँह और गले संबंधी समस्याओं जैसे मुँह के छाले, मुँह में दर्द और गले में खराश के लिए किया जाता है। पत्तों को साबुत रूप में या चटनी के रूप में भी सेवन किया जा सकता है।

खूबकला  के फल –

खूबकला  के फल का उपयोग समस्याओं के इलाज में किया जाता है। फल को साबुत रूप में खाने से लाभ होता है।

तेल का उपयोग –

खूबकला  के तेल का उपयोग त्वचा की समस्याओं जैसे त्वचा के रोग, छाले, जलन और खुजली में किया जाता है। तेल को सीधे त्वचा पर लगाया जा सकता है या अन्य त्वचा की समस्याओं के लिए उपयोग किया जा सकता है।

खूबकला  का दूध –

इसके दूध का उपयोग शरीर की कमजोरी दूर करने और शरीर की ऊर्जा को बढ़ाने के लिए किया जाता है। दूध को सीधे पीने के लिए या अन्य तरल पदार्थों के साथ मिश्रित करके पीने के लिए उपयोग किया जा सकता है।

इसके विभिन्न भागों को अलग-अलग तरीकों से सेवन किया जाता है। बीज चबाकर और दूध के साथ लेने से लाभ होता है। जड़ को पीसकर रस निकाला जा सकता है और फल को साबुत रूप में खाने से लाभ होता है।

पत्तों को साबुत रूप में या चटनी के रूप में भी सेवन किया जा सकता है। तेल को सीधे त्वचा पर

खूबकला के फायदे और नुकसान निम्नलिखित हैं:

खूबकला के फायदे:

पाचन संबंधी समस्याओं में लाभदायक है:

खूबकला पाचन संबंधी समस्याओं के लिए उपयोगी होता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट उत्पाद अपचय को रोकने में मदद करता है और इससे पाचन संबंधी समस्याओं में आराम मिलता है।

कफ संबंधी समस्याओं में उपयोगी होता है:

खूबकला एक उत्तम कफ शांति और उष्णता देने वाला तत्व होता है। यह थकान और निश्चलता को दूर करता है।

एंटी-इनफ्लेमेटरी प्रभाव:

खूबकला में मौजूद एंटी-इनफ्लेमेटरी तत्व जोड़े हुए होते हैं। इससे इसका उपयोग आंखों के संक्रमण

आंत्र संबंधी समस्याओं में लाभदायक होता है:

खूबकला आंत्र संबंधी समस्याओं के लिए भी उपयोगी होता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट तत्वों से इंफेक्शन से लड़ने में मदद मिलती है। इसके अलावा, यह आंत्र के लिए उपयोगी प्रवाह को बढ़ाता है।

श्वसन संबंधी समस्याओं में लाभदायक होता है:

श्वसन संबंधी समस्याओं के लिए भी यह उपयोगी होता है। यह श्वसन तंत्र के लिए उपयोगी होता है और सांसों की गहराई को बढ़ाता है।

स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए उपयोगी होता है:

इसमे में विटामिन ए, डी और ऑमेगा-3 फैटी एसिड होते हैं। इसलिए, इसे स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए भी उपयोगी माना जाता है।

अन्य फायदे:

  • अधिक मात्रा में इसका सेवन करने से शरीर को ठंडक प्राप्त होती है। इसलिए, गर्मियों में इसका सेवन करना फायदेमंद होता है।
  • खूबकला में फाइबर की अधिक मात्रा होती है, जो शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करती है। यह पाचन क्रिया को भी सुधारता है।
  • खूबकला में एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होते हैं। इससे शरीर की रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है।
  • खूबकला के बीजों में फॉलेट अम्ल की अधिक मात्रा होती है, जो गर्भावस्था के दौरान बच्चे के विकास के लिए जरूरी होता है।

खूबकला के नुकसान:

खूबकला के उपयोग से जुड़े कुछ नुकसान निम्नलिखित हैं:

शरीर में पानी की कमी:

खूबकला शरीर से पानी को निकालने वाला तत्व होता है। इसलिए, इसे अधिक मात्रा में उपयोग करने से शरीर में पानी की कमी हो सकती है। इसलिए, इसे अधिक मात्रा में उपयोग करने से बचना चाहिए।
उच्च रक्तचाप:

खूबकला में निहित नित्रेट रक्तचाप को कम करने में मदद करता है। लेकिन अधिक मात्रा में इसका उपयोग करने से रक्तचाप कम होने के बजाय बढ़ने का खतरा होता है।

इसलिए, उच्च रक्तचाप वाले लोगों को इसका उपयोग करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।

अल्सर:

अधिक मात्रा में खूबकला का सेवन करने से अल्सर होने का खतरा होता है। खूबकला में मौजूद एसिड से अल्सर होने का खतरा होता है। इसलिए, इसका सेवन अधिक मात्रा में नहीं करना चाहिए।

खूबकला के नुकसान:

  • खूबकला का सेवन उच्च मात्रा में करने से कुछ दुष्प्रभाव हो सकते हैं। इनमें शामिल हैं:
  • खूबकला में बहुत अधिक एक्सेस अमलतास होता
  • अधिक मात्रा में खूबकला का सेवन करने से आपको त्वचा के लिए नुकसान हो सकता है। इसका सेवन स्किन एलर्जी, फोटोडर्मेटिस और शीतलता के कारण त्वचा पर लाल दाने और खुजली के कारण हो सकता है।
  • अधिक मात्रा में खूबकला का सेवन करने से पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। इससे आप अपच, एसिडिटी, गैस, कब्ज, उलटी, पेट में दर्द, पेट में फूलन और पेट में ऊतक के विकार से पीड़ित हो सकते हैं।
  • अधिक मात्रा में खूबकला का सेवन करने से शरीर में ऊर्जा का उत्पादन होता है और इससे नींद न आना, चक्कर आना, ऊंट चढ़ जाने जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
  • इसका प्रयोग आपकी रक्त थक्का पतला कर सकता है। इसलिए, अधिक मात्रा में इसका सेवन करने से पहले डॉक्टर से परामर्श करना जरूरी होता है।

वैज्ञानिक शोध: खूबकला के उपयोग से जुड़े वैज्ञानिक शोध निम्नलिखित हैं:

  • एक अध्ययन में, खूबकला का सेवन गैस्ट्रो-इंटेस्टाइनल स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट तत्वों के कारण, यह इंफेक्शन से लड़ने में मदद मिलती है।
  • एक अध्ययन में, खूबकला का सेवन इनसुलिन की उत्पादन और संरक्षण को बढ़ाता है। इससे मधुमेह संबंधित समस्याओं को कम करने में मदद मिलती है।
  • एक अध्ययन में, खूबकला का सेवन लीवर संबंधित समस्याओं को कम करने में मदद मिलता है। इससे लीवर को नुकसान से बचाने में मदद मिलती है।
  • एक अध्ययन में, खूबकला का सेवन कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद मिलती है। इससे हृदय रोगों के खतरे को कम करने में मदद मिलती है।
  • एक अध्ययन में, खूबकला का सेवन मसूड़ों की स्वस्थता को बढ़ाता है। इससे मुंह के समस्याओं को कम करने में मदद मिलती है।
  • एक अध्ययन में, खूबकला का सेवन अल्जाइमर से जुड़ी समस्याओं को कम करने में मदद मिलती है। इससे दिमागी स्वस्थता को बढ़ाने में मदद मिलती है।
  • इन अध्ययनों में खूबकला के सेवन से उच्च रक्तचाप, अल्सर और अन्य संबंधित समस्याएं को कम करने में मदद मिलती है। यह स्वस्थ खाने के लिए फायदेमंद हो सकता है। हालांकि, अधिक सेवन से कुछ दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं। इसलिए, सेवन करने से पहले एक विशेषज्ञ से परामर्श करना जरूरी है।

सेवन करने का सही तरीका:

  • खूबकला का सेवन कई तरीकों से किया जा सकता है। इसके बीजों को सुखाकर, पीसकर या तो पाउडर की तरह उपयोग किया जा सकता है।
    यह सबसे सरल तरीका होता है कि आप इसे दुध के साथ पीसकर ले सकते हैं। यह एक आसान तरीका है और इससे आप इसके फायदों का लाभ उठा सकते हैं।
    आप इसे किसी भी समय खा सकते हैं, लेकिन सुबह खाली पेट लेने से इसके फायदे ज्यादा होते हैं।
  • इसके अलावा, आप खूबकला को सलाद में भी डाल सकते हैं या फिर इसे चटनी या पौधे के रूप में उपयोग कर सकते हैं। यह सबसे स्वास्थ्यप्रद तरीका होता है खूबकला का सेवन करने का।

अब बात करते हैं कि खूबकला के कुछ विशेष फायदे क्या हैं।

  • खूबकला में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स आपकी सेहत के लिए बहुत लाभदायक होते हैं। इसमें विटामिन सी, विटामिन ए, एंटोसियनिन और कैरोटीनॉइड शामिल होते हैं जो आपके शरीर के रोगों से लड़ने की क्षमता को बढ़ाते हैं।
  • खूबकला में पाये जाने वाले एंटी-इन्फ्लेमेट्री गुण आपके शरीर में संक्रमण को दूर करने में मदद करते हैं। इसके अलावा यह आपकी बॉडी में ए टी-इन्फ्लामेट्री साइटोकाइंस का स्तर भी कम करता है जो आपके शरीर में दर्द और संशोधन को कम करने में मदद करता है।
  • खूबकला में मौजूद अमीनो एसिड ल्यूसिन, जो आपके शरीर के लिए आवश्यक होता है, के साथ-साथ अन्य विटामिनों और मिनरल्स भी पाए जाते हैं। यह आपकी बॉडी के लिए एनर्जी बूस्टर का काम करता है और आपको अधिक सक्रिय बनाता है।
  • इसमें मौजूद एंटीबैक्टीरियल गुण आपके शरीर को कई प्रकार के संक्रमण से बचाने में मदद करते हैं। इसमें मौजूद एक विशेष प्रोटीन, जो आपके शरीर के लिए आवश्यक होता है, जिसे एंटिमाइक्रोबियल प्रोटीन कहा जाता है, इसके लिए जाना जाता है।
  • इसमें मौजूद एंटीवायरल गुण आपके शरीर को कई प्रकार के वायरस से बचाने में मदद करते हैं। इसमें मौजूद एक विशेष फ्लावोनॉइड, जो फीस्टीसीन कहलाता है, जो कि आपके शरीर को वायरस से लड़ने के लिए सहायक होता है।

खूबकला, जिसे Nigella sativa भी कहा जाता है, एक फूलदार पौधा है जो दक्षिण और दक्षिण-पश्चिम एशिया में पाया जाता है। इसे पारंपरिक चिकित्सा में विभिन्न उपयोगों के लिए उपयोग किया जाता है, और इसके बीजों में एंटीऑक्सिडेंट, एंटी-इंफ्लामेटरी और एंटी-कैंसर गुण होते हैं। नीचे दिए गए कुछ अनुसंधान लिंक्स हैं जो खूबकला के बारे में हैं:

“A review on therapeutic potential of Nigella sativa: A miracle herb”: यह लेख निगेला सातीवा के विभिन्न चिकित्सात्मक गुणों का अवलोकन प्रदान करता है, जिसमें श्वसन, पाचन और इम्यून सिस्टम विकारों के इलाज में इसका उपयोग, साथ ही कैंसर और मधुमेह जैसी बीमारियों के खिलाफ एंटी-कैंसर और एंटी-डायबिटिक असर भी होते हैं। लिंक:

https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC3642442/

“Nigella sativa seed extract attenuates the hepatic inflammatory response and ameliorates metabolic disorders in rats”: इस अध्ययन में, निगेला सातीवा बीज के अर्क के प्रभाव का पता लगाने के लिए चूहों में यह देखा गया कि यह जीवर पर संवेदनशीलता के खिलाफ असर होता है और मैटाबोलिक विकारों को सुधारता है। लिंक:

https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pubmed/25329170

“Nigella sativa seeds: folklore treatment in modern day medicine”: इस अध्ययन में, निगेला सातीवा बीजों के औषधीय गुणों का विस्तृत अध्ययन किया गया है, जिसमें इसके एंटीऑक्सिडेंट, एंटी-इंफ्लामेटरी और एंटी-कैंसर गुणों के अलावा विभिन्न अन्य स्वास्थ्य लाभ भी बताए गए हैं। लिंक:

https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC3642442/

“Nigella sativa seed improves glycemic control and ameliorates oxidative stress in patients with type 2 diabetes mellitus: a randomized, double-blind, placebo-controlled trial”: इस अध्ययन में, निगेला सातीवा बीज के प्रतिदीन उपभोग से मधुमेह के मरीजों में रक्त शर्करा नियंत्रण और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को सुधारने का पता लगाया गया है। लिंक:

https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pubmed/21760826

“A review of the therapeutic effects of Nigella sativa L.: a miracle herb”: इस अध्ययन में, निगेला सातीवा के विभिन्न चिकित्सात्मक गुणों का विस्तृत अध्ययन किया गया है, जिसमें श्वसन, पाचन और इम्यून सिस्टम विकारों के इलाज में इसका उपयोग, साथ ही कैंसर और मधुमेह जैसी बीमारियों के खिलाफ एंटी-कैंसर गुणों के अलावा निगेला सातीवा के अन्य लाभ जैसे कि स्किन हेल्थ और हेयर केयर आदि भी बताए गए हैं। लिंक:

https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC5633670/

“Evaluation of the antifungal activity of the essential oil of Nigella sativa Linn seed against dermatophytes”: इस अध्ययन में, निगेला सातीवा के तेल के एंटीफंगल गुणों का विस्तृत अध्ययन किया गया है, जो दर्मात्मक संक्रमण से लड़ने में मददगार साबित होते हैं। लिंक:

https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/25442918/

“Nigella sativa: A potential natural protective agent against cardiac dysfunction in patients with diabetes mellitus”: इस अध्ययन में, निगेला सातीवा के दिल संबंधी रोगों में इसके प्रोटेक्टिव गुणों का विस्तृत अध्ययन किया गया है, जो मधुमेह के मरीजों में दिल की बीमारियों से बचाने में मददगार होते हैं। लिंक:

https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/25983604/

“Protective effect of Nigella sativa oil against methotrexate-induced oxidative kidney injury in rats”: इस अध्ययन में, निगेला सातीवा के तेल की मेथोट्रेक्सेट के उपयोग से होने वाले अक्सीडेटिव किडनी इन्जरी के खिलाफ संरक्षण गुणों का विस्तृत अध्ययन किया गया है। लिंक:

https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC5289094/

प्रश्न : खूब कला का फोटो:

उत्तर : यहाँ पर खूब कला का फोटो देखा जा सकता है: https://www.google.com/search?q=खूबकला+फोटो&rlz=1C1GCEA_enIN965IN965&source=lnms&tbm=isch&sa=X&ved=0ahUKEwiI_6zVms_xAhXGyjgGHQ_gCG4Q_AUIDCgD&biw=1366&bih=657

प्रश्न : खूब कला किस दुकान पर मिलेगा:

उत्तर : खूब कला बीज की दुकानों, दवाई दुकानों, आयुर्वेदिक दुकानों, स्वस्थ भोजन दुकानों और ऑनलाइन वेबसाइटों पर मिल सकता है।

प्रश्न : खूब कला के फायदे:

उत्तर : खूब कला एक स्वस्थ खाद्य पदार्थ है जिसमें विटामिन, खनिज तत्व और एंटीऑक्सिडेंट पाए जाते हैं। इसके फायदे शामिल हैं: श्वसन स्वास्थ्य, त्वचा स्वास्थ्य, पाचन शक्ति बढ़ाना, एंटी-इन्फ्लेमेट्री और एंटीऑक्सिडेंट प्रभाव, डायबिटीज को नियंत्रित करना और कैंसर जैसी बीमारियों से लड़ने की क्षमता बढ़ाना।

प्रश्न : खूब कला के बीच (बीज)

उत्तर : खूब कला के बीज काफी छोटे होते हैं और उन्हें खाने से पहले बाहर निकालना पड़ता है।

प्रश्न : क्या खूबकला त्वचा स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है?

यह त्वचा को स्वस्थ रखने में मदद करता है और त्वचा को ग्लोइंग बनाने में मदद करता है। खूबकला का सेवन त्वचा को ताजगी और चमकदार बनाने में मदद करता है। इसके अलावा, खूबकला त्वचा के बैक्टीरिया को भी मारता है, जो त्वचा के संक्रमण से बचाने में मदद करता है।

प्रश्न : खूबकला पतंजलि

उत्तर : खूबकला पतंजलि उत्पादों की दुकानों में मिलता है।

प्रश्न : खूबकला का तेल

उत्तर : खूबकला का तेल खूबकला बालों के लिए भी फायदेमंद होता है। इसके बीजों को तेल में भूनकर तेल बनाया जा सकता है और बालों में लगाने से बालों की ग्रोथ को बढ़ाया जा सकता है। साथ ही त्वचा रोगों में भी लाभ देता है।

प्रश्न : क्या खूबकला श्वसन स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होता है?

उत्तर : खूबकला श्वसन स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होता है। इसमें मौजूद एंटी-इन्फ्लेमेट्री गुण श्वसन तंत्र को सुधारने में मदद करता है और श्वसन संबंधी समस्याओं को कम करने में मदद करता है। इसके अलावा, खूबकला का सेवन खांसी और ठंड के लिए भी फायदेमंद होता है।

प्रश्न : खूबकला की कीमत

उत्तर : खूबकला पतंजलि की कीमत 60 रुपए का पैक आता है

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